छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आहवान पर 22अगस्त 2022 से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर डटे ,,,,,
भोपाल पटनम से मुर्गेश शेट्टी की रिपोर्ट,,,,,,
भोपालपटनम ::::::छत्तीसगढ़ कर्मचारी /अधिकारी फेडरेशन के आहवान पर प्रदेश भर में दिनांक 22 अगस्त 2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया था जिसके तहत आज फेडरेशन के आहवान पर भोपालपटनम में भी कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गए।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी/अधिकारी फेडरेशन के द्वारा पूर्व में शासन प्रशासन को चरणबद्ध आंदोलन करने का ज्ञापन सौपा गया था। फेडरेशन का माँग था कि केन्द्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महँगाई भत्ता एवं सातवे वेतनमान के अनरूप गृह भाड़ा भत्ता दिलाने चार चरणों मे आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
संदर्भित पत्र के द्वारा फेडरेशन चरणबद्व आंदोलन की जानकारी दी गई थी। उक्त सूचना के अनुसार फेडरेशन के आहवान पर प्रदेश के शासकीय सेवको ने दिनांक 25 से 29 जुलाई 2022 तक सामूहिक अवकाश लेकर कलम बन्द कामबंद हड़ताल किया।लेकिन छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग ने दिनांक 29 जुलाई को सामान्य प्रशासन विभाग का परिपत्र क्रमांक एफ 2- 3/ 1- 9 / 2006 रायपुर दिनांक 10 04 2006 के पैरा 2 (अ) का पालन न करते हुऐ एकतरफा आदेश जारी कर दिनाँक 25 से 29 जुलाई 2022 तक हड़ताल पर रहे कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन काटने का आदेश जारी किया है। जो कि विधि सम्मत नहीं है।
साथ ही अवगत होना चाहेंगे कि किसी भी माह का वेतन विगत माह के 21 तारीख से वर्तमान माह के 20 तारीख की उपस्थिति के आधार पर वेतन देयक तैयार किया जाता है। जो कि वर्तमान माह जुलाई में होता है।
किन्तु कोषालयो द्वारा नियमो का पालन नहीं करते हुए 5 दिन का वेतन काटकर देयक प्रस्तुत करने कहा जा रहा है। जो नियम विरुद्ध है। शासन के इस तरह की कार्यवाही से प्रदेश के कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।
माँग पूरी नही होने से नाराज कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने शासन की उपेक्षा पूर्ण एवं दमनकारी नीति के खिलाफ सर्वसम्मति से पूर्व में अवगत दिनाँक 30 मई 2022 को दिए गए सूचना के अनुसार चौथे चरण के आंदोलन के तहत 22अगस्त 2022 से अनिश्चितकालीन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।
इस आंदोलन में जिला संरक्षक ए सुधाकर तहसील शाखा अध्यक्ष कमल सिंह कोर्राम सन्दीपराज पामभोई महेश शेट्टी भारत देहरी संघठन के पदादिधिकारी एव कर्मचारी उपस्थित थे।