कर्मचारियों की हड़ताल पर भड़के सीएम बघेल, कोई सौदेबाजी नहीं चलेगी ,,,,,,,,,,,,,,,,,
दीपक मरकाम की रिपोर्ट,,,,,,,,,,,,,,,,
22 ,अगस्त ,2022,,,,,,,,
रायपुर::::::: छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्त रवैया दिखाया. उन्होंने कहा कि कर्मचारी संघों से पहले बात हुई थी. 6% डीए बढ़ाया गया. आधे संगठनों ने स्वागत किया. दूसरे संगठन के लोग भी मिलने आए थे. 6 प्रतिशत को एक प्रतिशत और बढ़ाकर 7% करने की बात कह रहे हैं. इस मामले में कोई सौदेबाजी नहीं होगी, अर्थव्यवस्था को देखते हुए हमने फैसला लिया है. ओल्ड पेंशन स्कीम सरकार ने लागू किया है. कर्मचारी हित में लगातार फैसला ले रहे हैं. सरकारी योजनाओं का लाभ कर्मचारियों को मिल रहा है.
भाजपा सरकार में योजनाओं से वंचित कर दिया जाता था, हमारी सरकार में बिजली बिल आधा और राशन भी मिल रहा है. किसान घर से हैं तो धान खरीदी योजना का लाभ भी मिल रहा है. सप्ताह में केवल 5 दिन काम करना है. लगातार कर्मचारी हित में सरकार फैसला ले रही है. उसके बाद भी कोई हड़ताल करना चाहे तो उनकी इच्छा, लेकिन शासन अपना काम करेगा.
ध्यान देने वाली बात यह है कि राज्य सरकार ने 6% महंगाई भत्ता बढ़ाए जाने का आदेश जारी किया है, लेकिन इस आदेश को लेकर कर्मचारी और अधिकारियों में भारी नाराजगी देखी जा रही है,।
प्रदेश में कर्मचारी संगठनों का कहना है कि महंगाई भत्ता 12% बढ़ाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया था. केंद्र सरकार के सामान 34% महंगाई भत्ता की मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने 6% महंगाई भत्ता बढ़ाया है, जिससे कर्मचारियों के हक पर डाका डाला जा रहा है.।
कर्मचारी और अधिकारी फेडरेशन 3 चरणों में आंदोलन कर चुके हैं, अब फिर एक बार महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता को लेकर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर्मचारी संगठन कर रहे हैं. कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से एक बार फिर आम जनता की मुसीबतें बढ़ गई है.