*वनांचल ग्राम बनोली में विश्व मलेरिया दिवस रैली निकाल के मनाया गया,लोगो को किया गया जागरूक।आर.एल.कुलदीप की रिपार्ट:-*

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*वनांचल ग्राम बनोली में विश्व मलेरिया दिवस रैली निकाल के मनाया गया,लोगो को किया गया जागरूक।आर.एल.कुलदीप की रिपार्ट:-*

कोरर भानुप्रतापपुर:-
मुख्य चिकित्सा एवं अधिकारी डॉ अविनाश खरे के निर्देशन जिला मलेरिया आधिकारी डॉ डी के रामटेके के मार्गदर्शन में सेक्टर हाटकर्रा के ग्राम बनोली में जनपद सदस्य झाड़ू राम मण्डावी सरपंच तुयेगाहन एवं मितानिन ट्रेनर सरोज मण्डावी की उपस्थति में मनाया गया,सर्वप्रथम मितानिनों आंगनवाड़ी के कार्यकर्ताओं और ग्रामीण महिलाव की उपस्थिति में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जनजागरूकता कार्यक्रम के तहत रैली निकाला गया ,झाड़ूराम मण्डावी नेअपने विचार व्यक्त करते हुवे बताया कि हमे मलेरिया बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए एवं आसपास साफ सफाई रखना चाहिए ,सरोज मरकाम ने बताया कि यह हमारे छेत्र की सबसे गंभीर बीमारी है हम वनांचल के निवासी है वनों से हमारा गहरा नाता है इस लिए मच्छर के संपर्क में हम जाएदा आते है और वही कारणहै हम लोग जाएदा मलेरिया बीमारी से ग्रषित होते है सेक्टर हाटकर्रा के ग्रामीण चिकित्सा सहायक डॉ नवीन पाण्डेय ने बताया की बारिश के पहले ही मलेरिया बीमारी से बचाव हेतु मलेरिया रोधी दवा अल्फासाइफर मेथ्रिन 5 प्रतिशत
का छिड़काव कराया जा रहा है,इस दवा का छिड़काव जिन भी गाँव की एपीआई 2 से अधिक है उन गाँवो में इस दवा का छि ड़काव करवाया जा रहा है साथ ही लोगो से अपील किया की सभी इनका सहयोग करे एवं अपने घरों में इसका छिड़काव करवाए जिससे मलेरिया की बीमारी को फैलाने से रोक सके ,डॉक्टर पाण्डेय ने आगे बताया कि यह बीमारी कितनी गंभीर है,समय रहते इसका पता करना जरूरी होता है,नही तो स्थति गंभीर हो सकती है,उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि अफवाह से बचे,घर एवं उसके आसपास नलों पर पानी जमा होने न दे जला हुआ आइल या मिट्टी के तेल डाले,रखे हुवे टायर,कूलर,पानी की टंकी की नियमित साफ सफाई करें,घर मे नीम पत्ते का धुंआँ दे,तालाब में गंबूजिया मछली डाले जिससे उनके लार्वा न पनप सके,घर के दरवाजों,खिड़कियों में जाली लगाए उसके अलावा सोते समय मेडिकेटेड मच्छरदानी का उपयोग करे।साथ ही कार्यकर्ताव को भी एलएलआईएन की सतत निगरानी करने का निर्देश दिए,मलेरिया बीमारी के लक्षण
ठंड के साथ बुखार आना,कपकपी ,बदन दर्द,व सिरदर्द ,पसीने के साथ बुखार आना,बुखार का हर दूसरे से तीसरे दिन आना,उल्टियां होना,जी मचलना एवं गंभीर मलेरिया में बेहोशी अथवा छटके आना बचाव के तरीके बुखार आने पर तुरंत जांच और पॉजिटिव आने पर दवाई की पूरी खुराक लेना,सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना,गर्भवती माता एवं बच्चों पर अधिक खतरा रहता है इस लिए उनपर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है,इस दौरान कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर दीपिका कावड़े,फुलबासन उसेंडी,राम मिलान दीवान,संतीला मण्डावी,संबती उइके,अगनबाई दुग्गा,सुनीता तेता,ज्योती वट्टी, लछ्मण कोर्राम, रज्जू उइके ,मितानिनी सुनीता दीवान,रमशीला पोटाई,बुधिया बाई,सुमित्रा कोरेटी आदि उपस्थित थी।

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