*इंडिया गेट की तर्ज पर बन रही ‘अमर वाटिका’ बस्तर में शहीद हुए 1200 से ज्यादा जवानों के, लिखे जा रहे नाम, म्यूजियम भी बन रहा*,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
*बस्तर सम्भाग*
जगदलपुर ::::::: जगदलपुर में इंडिया गेट की तर्ज पर ‘अमर वाटिका’ का निर्माण किया जा रहा है, इस अमर वाटिका में करीब 60 फीट ऊंचा शहीद स्मारक बनाया गया है।
शहीद स्मारक के पास एक काले ग्रेनाइट की दीवार में नक्सली मुठभेड़ों में शहीद हुए 1200 से ज्यादा जवानों के नाम लिखे जा रहे हैं।
इसके अलावा पास में ही म्यूजियम भी बनाया जा रहा है। जिसमें हथियारों और नक्सल मोर्चे पर जवान किस तरह से काम करते हैं इसकी जानकारी दी जाएगी।
जगदलपुर-रायपुर नेशनल हाईवे-30 के किनारे आमागुड़ा में अमर वाटिका का निर्माण हो रहा है।
*इसके लिए करीब 40 लाख रुपए से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं,,,,,,
26 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस अमर वाटिका में पहुंचकर यहां शहीद स्मारक में जवानों को श्रद्धांजलि देंगे।
बताया जा रहा है कि, नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए जवानों की याद में बनाई गई बस्तर की पहली और सबसे बड़ी अमर वाटिका है।
* अमर वाटिका के पास गार्डन का भी निर्माण किया जा रहा है,,,,,
बस्तर के IG सुंदरराज पी ने बताया कि, बस्तर में शांति लाने के लिए करीब 1200 से ज्यादा जवानों ने अपनी कुर्बानी दी है,उन्हीं की याद में अमर वाटिका का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, आने वाले दिनों में बस्तर में सकारात्मक कार्य होंगे, जिससे नई पीढ़ी को यह बताना भी जरूरी होगा कि, यहां शांति स्थापित करने कितने जवानों ने अपनी शहादत दी है।
इस अमर वाटिका में बनाए जा रहे म्यूजियम से भी लोगों को कई और जानकारी भी मिलेगी।
*इन घटनाओं ने देश को रुलाया,,,,,,
बस्तर में साल 2007 में नक्सलियों ने रानीबोदली में सुरक्षाबलों के कैंप पर हमला किया था।
बताया जाता है कि, नक्सलियों का मुकाबला करते हुए जवानों की गोलियां खत्म हो गई थी।
जिसके बाद नक्सली कैंप में घुसे और पेट्रोल बम दागना शुरू कर दिए थे।
इस नक्सल घटना में 55 जवान शहीद हुए थे।
पुलिस जवानों का कैंप मानो श्मशान बन गया था।
जगह-जगह लाशें बिछी हुई थीं।
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद यह बस्तर की पहली सबसे बड़ी नक्सल घटना थी।
इस घटना ने पूरे देश को रुलाया था। इसी साल कई और घटनाएं भी हुई थी।