*श्री मां भद्रकाली मेला का भव्य आयोजन दिनांक 25 / 01 से 27 / 01 2023 तक सम्पन्न होने जा रहा है।*, ,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,

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*श्री मां भद्रकाली मेला का भव्य आयोजन दिनांक 25 / 01 से 27 / 01 2023 तक सम्पन्न होने जा रहा है।*,

,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,

भोपालपटनम ,,,,,,, हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर ग्राम भद्रकाली में श्री मां भद्रकाली का भव्य मेला समारोह का आयोजन संपन्न होने जा रहा है। यह मेला का आयोजन दिनांक 25 जनवरी दिन बुधवार 2023 से 27 जनवरी दिन शुक्रवार 2023 तक ग्राम भद्रकाली में बड़े ही धूमधाम श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया जाता है। जिसके लिए मुहूर्त स्वस्ति श्री शुभ कृत नाम संवत्सर माघ शुक्ल चतुर्थी पंचमी एवं षष्ठी तक मेला का आयोजन किया जाता है। जिसके लिए दिनांक 25 / 01 2023 दिन बुधवार को माता जी के मंदिर स्थल से बाजा बाजे के साथ गौतम कुंड (गौतम ऋषि का तप स्थल) त्रिवेणी संगम तक कलश यात्रा के द्वारा गंगाजल लाकर देवी स्नान व मंडप आच्छादन कर घट की स्थापना की जाती है। जिससे प्रथम दिन की पूजा प्रारंभ होता है। मंदिर प्रांगण में शाम को देवी पूजन एवं लोकल नृत्य चित्रपट का आयोजन किया जाता है। दिनांक 26/ 01 / 2023 दिन गुरुवार को देवी पूजन मंदिर परिसर में हवन एवं पूर्ण आहुती होता है। रात्रि में लोकनृत्य एवं आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम आयोजन किया जाता है। दिनांक 27 / 01 / 2023 दिन शुक्रवार को देवी पूजन बोनालू देवी नृत्य मन्नते पूर्ण की जाती है। यह मेला में हर दूसरे वर्ष यानी 2 वर्ष बाद अग्नि कुंड का आयोजन किया जाता है। यह मेला में विशेष आकर्षक का वातावरण बना होता है ।जिसके लिए पुजारियो के द्वारा एक अग्निकुंड बनाया जाता है। लकड़ियों की ढेर से आग बनाया जाता है। जो लकड़ियों का ढेर जलकर अंगार बनता है। उसे कुंड के चारों ओर फैलाकर पंडितों के द्वारा पूजापाठ कर वेद मंत्रों से अग्नि देव को शांत कर सभी भक्तगण सामान्यजन अग्नि कुंड में प्रवेश करते हैं। जिसे देखने के लिए क्षेत्र के लोगों का भीड़ उमड़ा रहता है ।तत्पश्चात लगभग 12:00 बजे क्षेत्र से आए हुए भक्तगण माताजी के बोनालू के लिए माता जी का इष्ट प्रसाद गुड़ और चावल से बने खीर को बनाते है। इस हेतु भक्तगण एक सुंदर सा मटका को लेकर उसे हल्दी चंदन कुमकुम और फूलों से सुसज्जित कर अपने सिर पर रखकर बाजे गाजे के साथ पंडितों के वेद मंत्रों व देवी नृत्य के साथ मंदिर के चारों ओर तीन परिक्रमा किया जाता है । जिसके बाद प्रसाद को माता जी को भोग लगाकर भक्तो को वितरण किया जाता है। इस मेले मिठाई व खिलौने के दुकान दूर दरार क्षेत्रों से आते है। इस मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा सीमावर्ती राज्य महाराष्ट्र तेलंगाना आंध्र प्रदेश के बहुत से श्रद्धालु माता जी के पावन धरा पर पधार कर माताजी के दर्शन कर धन्य होने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं। यह मेला स्थल भोपालपटनम मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इस मेले का विशेषता यह है कि मेले में लगभग पिछले 40 वर्षों से मेले में पधारे हुए सभी भक्तों को इन 3 दिनों में निशुल्क भोजन की व्यवस्था मेला समिति के द्वारा किया जाता है। मेला परिसर से लगभग 4 किलोमीटर दूर गौतम कुंड त्रिवेणी संगम विशेष आकर्षण का केन्द्र है। जहां पहाड़ियों के बीच नदियों का संगम बहुत ही शोभायमान दृश्य देखने को मिलता है।

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