नाबालिक छात्र का आश्रम में आत्महत्या का प्रयास गंभीर विषय, इसकी जांच हो – गागड़ा।
,,,,,,,,,,,भोपालपटनम से तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,,,,,
/बीजापुर। उसूर विकासखंड के कोरसागुड़ा बालक आश्रम में छठवीं कक्षा में अध्ययनरत नाबालिक छात्र ने आश्रम में ही फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया है इस पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने गंभीर और चिंताजनक घटना बताते हुए जांच की मांग की है। महेश गागड़ा ने प्रेसविज्ञप्ति जारी कर बताया है कि उसूर ब्लॉक के कोरसागुड़ा में स्थित बालक आश्रम का नाबालिक छात्र ने मंगलवार सुबह अपने ही आश्रम में फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया है यह घटना गंभीर और चिंताजनक है। इस पूरी घटना की जिला प्रशासन निष्पक्ष जांच करें आखिर एक नाबालिग छात्र इतनी बड़ी कदम किस परिस्थिति में उठाया है,किसी भी प्रकार का दबाव या प्रताड़ना अगर संस्था के कर्मचारियों की ओर से किया गया हो ऐसा कोई विषय जांच में पाए जाने पर शख्त कार्यवाही हो।
इस घटना के बीच गागड़ा ने आश्रम व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया है गागड़ा का कहना है सुदूर अंचलों के आदिवासी बच्चे आश्रम में रहकर शिक्षा अर्जन करना चाहते हैं परंतु उनके लिए बेहतर व्यवस्था और देखभाल के अभाव का ही कारण है जिससे आये दिन तरह-तरह के घटनाक्रम हो रही है। महेश ने आगे कहा है आत्महत्या की प्रयास करने वाला नाबालिग छात्र का बेहतर इलाज हो,साथ ही छात्र के साथ इस घटना को करने जैसे परिस्थिति का तत्काल मालूम कर कार्यवाही हेतु जांच अतिशीघ्र हो।