सूचना साझा करने और नक्सल एंट्री पॉइंट्स पर यूनिफाइड कमांड में फैसले,,,,,,,, दीपक मरकाम की रिपोर्ट,,,,,,,
0 बैठक में पड़ोसी राज्यों से खुफिया सूचनाओं को साझा करने पर जोर,,,,,,,,
रायपुर::::छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में यूनिफाइड कमांड की आज बैठक हुई। जिसमे प्रभावित सीमावर्ती 4 राज्यों के अफसरों ने हिस्सा लिया। माओवाद जैसी समस्या से निपटने के लिए बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे अधोसंरचना संबंधित कार्यों को सुरक्षा के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर नक्सलवाद के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिये गये। साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात राज्य और केन्द्रीय सुरक्षाबलों के जवानों के कल्याण संबंधी चर्चा की गई।
बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों विशेषत: महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और ओडिशा के उन मार्गों पर सुरक्षाबलों द्वारा सतत निगरानी के निर्देश दिये गये, जहां से नक्सलियों का आवागमन होता है और सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया।
बैठक में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, सुब्रत साहू अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव (गृह), केन्द्रीय गृह मंत्रालय तथा राज्य शासन के अधिकारी, केन्द्रीय सुरक्षाबलों एवं राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न विकास एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई कमांड की बैठक में बताया गया कि नक्सलियों के कोर क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्पों की स्थापना के फलस्वरूप आज दक्षिण बस्तर के दूरस्त क्षेत्रों जैसे जगरगुण्डा, किस्टाराम, भेजी, पामेड, बासागुड़ा, तरेंम में बेहतर सडक़ें, पुल-पुलियों का जाल, स्कूल, बिजली, पी डीएस, मोबाईल आदि की सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। नारायणपुर, कोण्डागांव, बस्तर एवं दन्तेवाड़ा जिलों को जोडऩे वाली बरसों से बंद स्टेट हाईवे क्रमांक-5 पल्ली (नारायणपुर)-बारसूर (दन्तेवाड़ा) मार्ग पुन: प्रारंभ किया गया है। इसी प्रकार धुर नक्सली क्षेत्र जिला सुकमा के जगरगुण्डा को जिला-दन्तेवाड़ा से जोड़ा गया है।