देवनागरी ग्राम भोंगापाल प्रसिद्ध गौतम बुद्ध समीप पांचवी छठी शताब्दी अति प्राचीन शिवलिंग में जल एवं बेल पान के साथ राखी समर्पित किया गया
****राजमन नाग फरसगांव की रिपोर्ट
फरसगांव,,,,ग्राम भोंगापाल मे भगवान शिव की आराधना की पवित्र श्रावण मास की पंचम सोमवार को सुदेश मरकाम के टोली द्वारा बड़े डोंगर बूढ़ा सागर से गंगा जल लेकर कावड़ यात्रा , निकालकर भोंलापाल में विशालकाय अति प्राचीन ईंट के टीले पर विराजमान भव्य चमत्कारी शिवलिंग में जल अभिषेक एवं पूजा अर्चना किया गया यह बता दे की
, इस आखिरी सावन सोमवार महीना है जो की रक्षा बंधन के साथ ही सावन खत्म हो जाता है सावन सोमवार पर लोग व्रत रखते हैं और महादेव मां पार्वती की उपासना करते हैं जीवन में सुख शांति समृद्धि और अच्छे जीवन का वरदान मिलता है कहते हैं कि सावन के सोमवार पर भोलेनाथ सभी को मनोकामना पूरी करती है,,, इस दिन सावन मास का समापन भी हो रहा है सावन के अंतिम सोमवार पर कई दूर-दूर से आई श्रद्धालुओं द्वारा भगवान महादेव एवं गौतम बुद्ध पर राखी समर्पित कर दर्शन कर रहे हैं
वही बुद्धदेव संरक्षण समिति के सचिव श्री दिनेश सोरी ने कहा आज सावन माह का अंतिम सोमवार और सावन पूर्णिमा भी है ऐसे में राखी का दिन और भी शुभ माना जा रहा है हिंदू धर्म में रक्षाबंधन को रिश्तो में मिठास और विश्वास बढ़ाने वाला पर्व माना जाता है इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और तरक्की की कामना करते हुए उसकी कलाई पर राखी बांधती है इस दौरान भाई-बहन को उम्र भर रक्षा का वचन देता है,
युवा मोर्चा जिला मंत्री श्रीभानू राम ने कहा राखी के त्यौहार को अलग-अलग मान्यताओं के साथ बड़े प्रेम भाव से मनाया जाता है वह इस साल इस पर्व को सोभन योग्य और श्रवण नक्षत्र के साथ मनाया जा रहा है इस योग्य में पूजा पाठ से जुड़े कार्य करने पर अक्षय पाल की प्राप्ति होती है इस अवसर पर प्रज्ञा मंडल से घस्सू राम सोरी ,रूपसिंह नाग सोपसिंह कोर्राम सुकमन सलाम सुमित्रा नाग उपस्थित रह