*इन्द्रावती महाआरती : ज़िला प्रशासन की सकारात्मक पहल*
*नदियों और पर्यावरण- संरक्षण के प्रति लोकचेतना का पर्व – बसंत ताटी,,,,,,,,,
,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,
भोपालपटनम्,,,,,,,,,,।बीजापुर ज़िला प्रशासन द्वारा कलेक्टर अनुराग पाण्डेय की पहल पर उनके मार्गदर्शन में पहली बार ‘इन्द्रावती महाआरती’ का आयोजन किया जा रहा है। रथयात्रा के पुनीत अवसर पर 7 जुलाई को शाम 4 बजे से भोपालपटनम् के तिमेड़-घाट पर आयोजित इस महाआरती कार्यक्रम को क्षेत्र के ज़िला पंचायत सदस्य बसंत ताटी ने *’नदियों और पर्यावरण-संरक्षण के प्रति लोकचेतना का पर्व’* कहा है।
श्री ताटी के अनुसार इन्द्रावती बस्तर संभाग की प्रमुख नदी है,इसलिये यह इस क्षेत्र की जीवन-रेखा भी है।इन्द्रावती नाम के कारण इसे स्वर्ग की नदी मंदाकिनी भी माना जाता है।ओडिशा के कोरापुट ज़िले से निकलकर भोपालपटनम् के भद्रकाली संगम में विलीन होने वाली यह नदी बस्तर के लिये माँ समान है।
बसंत ताटी ने महाआरती आयोजन की तारीफ़ करते हुए कहा कि स्वच्छता के ज़रिये नदियों का संरक्षण ही उनकी सच्ची पूजा-अर्चना है।ताटी मानते हैं कि महाआरती के आयोजन से क्षेत्र के लोगों में इन्द्रावती के प्रति आस्था बढ़ेगी और उनमें नदी को संरक्षित करने की भावना और संकल्प का विकास होगा।उन्होंने आगे कहा कि पहली बार ऐसे सकारात्मक विचार और उसके क्रियान्वयन के लिये ज़िले के अनुभवी और संवेदनशील कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय निश्चय ही साधुवाद के पात्र हैं।
बसंत ताटी ने अपने क्षेत्र के लोगों से अपील करते हुए कहा कि ‘इन्द्रावती-महाआरती’ केवल धार्मिक आयोजन नहीं है।वास्तव में यह कलेक्टर की रचनात्मक सोच के अनुसार ज़िला प्रशासन का एक जनशिक्षण कार्यक्रम है,इसलिये मैं क्षेत्र के सभी लोगों से विनम्र अपील करता हूँ कि इस पवित्र कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी कर पुण्यसलिला इन्द्रावती के प्रति अपनी आस्था को अभिव्यक्त करते हुए यह संकल्प भी लें कि इन्द्रावती के जल-वैभव को बनाये रखने में वे अपना सहयोग देंगे।