*जिले में पहली बार 3 सौ से अधिक की संख्या में आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने विकास के मुद्दे पर अपना पक्ष रखा*,,,,,,,,,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
*बीजापुर जिला प्रशासन द्वारा जनजातीय समुदाय से सकारात्मक चर्चा,*
*शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, स्वरोजगार, कुपोषण सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर हुई व्यापक समीक्षा*
बीजापुर:::::::::::::::::::::::::::::::::: कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय ने आदिवासी बाहुल्य जिला बीजापुर के चहूंमुखी विकास ने सबकी भागीदारी तय करने एवं आपसी सामंजस्य और सहयोगात्मक भावना के साथ बीजापुर जिले को अन्य जिलों की तरह विकसीत बनाने यहां की बहु प्रतीक्षीत मांगों एवं यहां के विकास विरोधी गंभीर समस्याओं पर व्यापक चर्चा किया।
शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, स्वरोजगार, आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत दी जाने सुविधाएं, जिले के शैक्षणिक संस्थान, आश्रम, छात्रावास, पोटाकेबिन, स्कूलों की व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार करने, अंदरूनी क्षेत्रों, शिक्षा स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, बिजली जैसे सुविधाओं के विकास पर सकारात्मक चर्चा हुई।
आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने बैठक को सकारात्मक बताते हुए समाज और प्रशासन के मध्य इसी तरह के विचार अभिव्यक्ति एवं संवाद निर्मित होने से जिले के विभिन्न समस्याओं का हल सुगमतापूर्वक निकलने की बात कही एवं प्रशासन और समाज के प्रति दूरियां मिटेगी जिससे विकास की गति में तेजी आएगी और सकारात्मक वातावरण निर्मित होगा। जिला प्रशासन द्वारा आदिवासी युवाओं को उद्यमिता विकास से जोड़ने की पहल की सराहना की।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री कैलाश वर्मा, एसडीएम बीजापुर श्री जागेश्वर कौशल, डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम सिंह पंचारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री केएस मशराम, श्री जग्गूराम तेलामी, अध्यक्ष सर्वआदिवासी समाज श्री कमलेश पैंकरा, सचिव सर्वआदिवासी समाज सुकल साय तेलाम, मुरिया समाज अध्यक्ष, सालिक नागवंशी, सीएस नेताम, भवसिंह सीताराम मांझी, कुंवर सिंह सहित 3 सौ से अधिक जिले भर के आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधि मौजूद थे।