* छत्तीसगढ़िया मन के लोकप्रिय तिहार पर संपादक बस्तर के माटी समाचार पत्र के परिवार की ओर से जिले व समस्त छत्तीस गढ़ वासियों को दी बधाई*
*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
रायपुर :::: छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक पर्व पोला तिहार आज 14 सितंबर को उमंग और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है ।
इस मौके पर समाचार पत्र के संपादक घनश्याम यादव ने जिले व छत्तीसगढ़ के प्रदेशवासियों को अपनी शुभकामनाएं और बधाई देते विशेष रूप से किसान भाइयों के साथ सभी नागरिकों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना कर कहा कि पोला तिहार छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है।
यह हमारे जीवन में खेती-किसानी , पशुधन का महत्व को बताता है।
इस दिन घरों में उत्साह से बैलों और जाता-पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर को धन-धान्य से परिपूर्ण होनेे के लिए प्रार्थना की जाती है।
तीज-त्यौहार हमारी संस्कृति और परम्पराओं का यह त्यौहार हमारी धरोहर है, हमारा दायित्व बनता है कि आने वालीे पीढ़ियों को अपनी समृद्ध संस्कृति का परिचय कराएं और उसके संरक्षण और संवर्धन का प्रयास करना हमारा फर्ज है।
पोला का त्यौहार छत्तीसगढ़ वासियों के लिए बड़ा ही खास होता है, ।
सबसे ज्यादा हमारे किसान लोग इस त्यौहार को दिलो जान से भी प्यारा है, क्योंकि ये त्यौहार गौ माता का त्यौहार है, और हर किसान गौ माता को भगवान मानते है,।
गौ माता की वजह से ही तो खेती बाड़ी होती है, छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा इसलिए कहा जाता है इसलिए यह पर्व छत्तीस गढ़ में खास तौर पर मनाने की पुरानी परंपरा ।