हर्षोल्लास के साथ गरिमामयी ढंग से मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,,,
विभागीय योजनाओं से हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित
जल, जंगल, जमीन का अधिकार के तहत आदिवासियों को प्रदेश के मुखिया के मंशानुसार वनाधिकार पत्र का किया गया वितरण
285 हितग्राही को व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, 71 सामुदायिक वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन संसाधन के 03 वनाधिकार पत्र सहित 03 वनाधिकार के आदर्श ग्राम घोषित किया गया
बीजापुर,,,,,,,,,,,,,- विश्व आदिवासी दिवस के पावन अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम बीजापुर मुख्यालय स्थित शहीद वेंकटराव महाविद्यालय में हर्षोल्लास और गरिमामयी ढंग से आयोजित किया गया जिसमे जिले भर के विभिन्न आदिवासी समुदाय- दोरला, उरांव, कोरकू, परधान, कंवर सहित सर्व आदिवासी समाज के प्रमुख एवं आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी एवं विशिष्ट अतिथि श्री शंकर कुड़ियम सहित जनप्रतिनिधियों एवं समाज प्रमुखों द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह, वीर गुण्डाधूर, रानी दुर्गावती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक श्री विक्रम शाह मंडावी ने जिले वासियों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासी जल, जंगल, जमीन के रक्षक और असली मालिक है जिन्हे प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के मंशानुसार जमीन का मालिकाना हक दिया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक ने 285 आदिवासियों को वनाधिकार पत्र, 71 सामुदायिक वनाधिकार पत्र एवं 03 सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के तहत वनाधिकार पत्र वितरण करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा चुने गए तीन वनाधिकार आदर्श ग्रामों की घोषणा कि जिसमें भोपालपटनम के कोतूर, उसूर के दुगईगुड़ा एवं भैरमगढ़ के बरदेला शामिल है। विधायक श्री विक्रम मंडावी ने इस अवसर पर जिले विभिन्न आदिवासी समाज प्रमुखों को उनके समाजिक शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्रों ने विशेष योगदान हेतु सम्मानित किया और कहा कि आज प्रदेश के मुखिया के मंशानुसार सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं आदिवासी अंचलों में प्रदाय की जा रही है बरसो से संर्घषरत आदिवासी समाज को उनके जमीन का मालिकाना हक दिया जा रहा है और उनके जमीन पर शासन के विभिन्न योजनाओं के तहत समतलीकरण, तार फेसिंग, बोर उत्खनन कर किसान क्रेडिट कार्ड, मछली पालन जैसे विभिन्न आजिविकामूलक गतिविधियों से लाभान्वित किया जा रहा है। जिससे आदिवासियों के चेहरे पर मुस्कान दिख रही है। आदिवासी आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहे है। वहीं आदिवासी संस्कृति को संरक्षित, संवर्धित किया जा रहा है, देवगुड़ी, मातागुड़ी का जीर्णोद्धार कर सामुदायिक वनाधिकार पत्र दिया जा रहा है। विधायक ने सभी आदिवासियों से अपील करते हुए कहा कि अपने संस्कृति, परंपरा, रूढ़ि प्रथा और मौलिकता को बनाए रखें।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष श्री कमलेश कारम, जिला पंचायत एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य श्रीमती नीना रावतिया उद्दे के शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने अपने रूढ़िप्रथा, संस्कृति का संरक्षण और संर्वधन करने हेतु प्रेरित किया।
विभिन्न हितग्राहियों को इस अवसर पर विभागीय योजनाओं से लाभान्वित किया गया जिसमें राजस्व विभाग अर्न्तगत निःशुल्क बी-1 खसरा का वितरण, मत्स्य विभाग के तहत आईस बाक्स एवं जाल वितरण, शिक्षा विभाग के अर्न्तगत आदिवासी मेघावी विद्यार्थियों को नगद पुरूस्कार एवं सम्मान, जिला अंत्यावसायी विभाग अर्न्तगत ट्रेक्टर वितरण, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग अर्न्तगत सब्जी बीज, मिनीकिट, मनरेगा के तहत भूमि समतलीकरण स्वीकृति प्रमाण पत्र, वन विभाग अंर्तगत तेंन्दूपत्ता पारिश्रमिक सम्मान प्रमाण पत्र सहित विभिन्न हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत एवं कृषक कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री बसंतराव ताती, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के सदस्य श्री इम्तियाज खान, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सरिता चांपा, जनपद पंचायत बीजापुर के अध्यक्ष श्रीमती बोधी ताती सहित जनप्रतिनिधिगण, प्रभारी कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, डीएफओ श्री अशोक पटेल, प्राचार्य श्री नारायण झाड़ी, संयुक्त कलेक्टर श्री पवन कुमार प्रेमी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री केएस मसराम, जिला शिक्षा अधिकारी श्री बलीराम बघेल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारीगण, एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार, सीएमओ सहित अधिकारीगण, गणमान्य नागरिक समाज प्रमुख एवं मीडिया के प्रतिनिधिगण मौजूद थे।