*44 गांवों के लोगो के द्वारा मिलकर कर रहे है विरोध….।आर.एल.कुलदीप की खास रिपोर्ट:-*
कांकेर/दुर्गूकोंदल:- तुमरीसुर भेजर में नये खदान और भानुप्रतापपुर गढ़चिरौली के लिए रेल लाईन बिछाने के लिए पेशा ग्राम सभा के तहत अनुमति नहीं देने की मांग को लेकर 44गाव के ग्रामीण 22अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। नये खदान और रेलवे लाइन के लिए अनुमति नहीं देने के ग्रामीणों ने तुमरीसुर और भेजर गांव में ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित कर 5अप्रैल को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल के नाम दुर्गूकोंदल तहसीलदार को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा है। लेकिन राज्यपाल, छत्तीसगढ़ शासन, जिला प्रशासन से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने पर 44गांव के ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अध्यक्ष शंकर नरेटी, सचिव मनीष तुलावी, दुर्जन उयका, भावसिंग मंडावी, छेरकू तुलावी, बहादुरसाय तुलावी, जयसिंह हिड़को, मानसू आचला, प्रेम पुड़ो, हीरा पुड़ो, लव पुड़ो, नारायण पुड़ो ने बताया कि ग्राम तुमरीसुर में शासन से नये खदान खोलने और भानुप्रतापपुर गढ़चिरौली के बीच रेल लाईन बिछाने सर्वे हुआ है। हमने ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया है। कि तुमरीसुर भेजर में खदान नहीं खुलना चाहिए। भेजर गांव से रेलवे लाईन बिछाने नहीं देंगे। हमने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को प्रतिलिपि भेजा है। लेकिन हमारे प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इससे जाहिर हो रही है। कि शासन प्रशासन हमारे प्रस्ताव को गंभीरता से नहीं ले रही है। इसलिए हम 44गांव के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किये हैं। हम खदान खुलने नहीं देंगे। और रेलवे लाइन बिछाने नहीं देंगे। 24अप्रैल को सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरजू टेकाम ने समर्थन दिया। इन्होंने बताया कि कोड़ेकुर्से उप तहसील अंतर्गत ग्राम मेरेगांव, तुमरीसुर, भेजर, गुदुम, धनवाफुलचुर, फित्तेफुलचुर, कोंडे, देवकोंडे, कोड़ोगांव, सुरूंगदोह, आंधेवाड़ा, दरगढ़, भुसकी, ओडाहूर, गोपालटोला, करकाझार, पड़गाल, हुलघाट, खेड़ेगांव, घमरे, तोड़कान, लाटमरका, जुई, चिखली, हरफड़, पचांगी, खेड़ेगांव, मंगहूर, हामतवाही, करकापाल, नेलचांग, कराकी, गोंड़पाल, कोंडरूंज, गुरदाटोला, मिचेवाड़ा, ओटेकसा, भुरके, बेल्दोह, गरदा, नरेटीटोला के ग्रामीण महिला पुरुष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं।