*स्कॉर्पियो जेस्ट कार सहित ,,दो सागौन लकड़ी तस्कर पकड़ा गए*,,,* भोपाल पटनम से मुर्गेश शेट्टी की रिपोर्ट,*
*भोपालपटनम वन विभाग की बड़ी कार्रवाई*
भोपालपटनम :::: भोपालपटनम एसडीओ नीतीश रावते एवं भोपालपटनम सहायक परीक्षेत्र अधिकारी दिनेश ठाकुर एवं विभाग के कर्मचारियों वन सुरक्षा समिति के सहयोग से छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर तरला गुड़ा वनोपज जांच नाका के पास स्कॉर्पियो एवम जस्ट कार से सागौन की कड़ी (स्लीपर) को तेलंगाना ले जाते समय गाड़ी सहित तेलंगाना राज्य की दो तस्करों को दर दबोच ने में सफलता हासिल की है।
बताया जाता है कि मेटलाचेरू गांव के मिछा बनडी भद्रकाली गांव के पीरुला याकूब से तेलंगाना राज्य भूपालपल्ली जिला गोरलावेडू गांव के रापाका प्रशांत जोकि अक्सर सागौन लकड़ी का तस्करी का काम करता है वे अपने सहयोगी सुरेश और वेंकटेश के द्वारा मेटला चेरू के मिच्छा बनडी एवम पीरला याकूब से सागौन के 48 नग कड़ी (स्लीपर) को प्रति नग ₹500 के हिसाब से खरीदी कर स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक एपी 11 m जस्ट कार वाहन क्रमांक टी एस 25 बी 3414 में लोड कर तेलंगाना ले जा रहे थे। तरला गुड़ा के वनोपज जांच नाका में लगभग रात को 2:00 बजे तस्करों के साथ गाड़ियों को दर दबोचा गया। पकड़े गए तस्करों से जानकारी लेने पर बताया गया है कि रापा का प्रशांत छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती इलाके से सागौन चिरान का तस्करी अवैध रूप से करते रहता है ।
और दो तस्कर मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया। प्रशांत अक्सर सागौन चिरान को ओने पौने दाम पर खरीद कर तेलंगाना राज्य में मोटी रकम में बेचता है ।प्रशांत नित नए-नए योजनाओं के तहत बहुमूल्य सागौन चिरान को सीमा पार करने में माहिर है। विश्वसनीय सूत्रों से पता चलता है कि इस क्षेत्र में बेशकीमती सागौन लकड़ी को पार कराने ने कोई बहुत बड़ा मास्टरमाइंड है। जो पर्दे के पीछे योजनाओं के तहत कार्य कर रहा है। तस्करों से पूछने पर बताया है कि मेटला चेरु जंगलों में और 39 नग सागौन चिरान है।
सूचना मिलते ही वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छिपा रखा 39 नग कड़ी को जप्त कर भोपालपटनम डिपो लाया गया और मेजरमेंट किया गया कुल टोटल 79 नग कड़ी चिरान 2*590है। जिसका की अनुमानित लागत लगभग 2लाख 15हजार बताया गया। ।
और आरोपियों से पूछताछ किया जा रहा है। अब देखना होगा कि वन विभाग के द्वारा किस प्रकार की कार्यवाही किया जाएगा इस दरमियान शैलेंद्र येटी कमलेश आदे चल पति गोटे शैलेंद्र लंबाडी चौकीदार सॉरी बाबू टिंगे मौजूद थे।