*शीतला मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण किया…..मनीष कौशिक की रिपोर्ट*

0
74

*ग्राम-दमकसा में शीतला मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया*
दुर्गुकोंडल 30 अगस्त 2022
छ.ग. के पारंपरिक त्यौहार पोला,तीजा, के अवसर पर कांकेर जिले के दुर्गूकोन्दल तह. के अंतर्गत ग्राम-दमकसा के शीतला मंदिर परिसर में दिनांक 27 अगस्त दिन-शनिवार को परम आदरणीय धर्मगुरू श्री शेरसिंह ऑचला के मुख्य अतिथि तथा श्री बीसनाथ दुग्गा की अध्यक्षता में ग्राम-पटेल, बृजलाल दुग्गा की विषिष्ठि आतिथ्य में वृक्षारोपण किया गया।
इस अवसर पर ग्राम-दमकसा के गायता, पुनउ राम दुग्गा, अकालू दुग्गा, संतोष दुग्गा, कन्हैया पुड़ो, सियराम दुग्गा, बैसूराम दुग्गा, रमेष कोमरा, राय सिंह दुग्गा, सूरजू राम नरेटी, युवों में सम्पत, धरमू, सरपंच धरम, साधू राम सलाम, कार्तिव बसेरा, योगेन्द्र बसेरा अन्य सम्माननीय ग्रामीण जन, युथ, ग्राम पंचायत के सरपंच, ग्राम-कोटवार तथा बच्चों के द्वारा उपस्थित होकर विभिन्न प्रकार के छायादार, फलदार, फुल वाले वृक्षों का रोपण किया गया। जिसमें मुख्य रूप से कदम, नीम, बरगद, आम, नींबू, हजारी फूल (चम्पा) एवं विभिन्न पौधों का वृक्षारोपण किया गया।
ज्ञातव्य है कि ग्राम-दमकसा के गा्मीणों का पूर्व से ही वृक्षारोपण एवं पर्यावरण सुधार के प्रति झुकाव रहा है, कहा जाता है कि राजा बगीचा जहां आज भी 300 साल पुराने आम के पेड़ हैं कई सौ साल पहले यहां के पूर्वजों के द्वारा पेड़ लगाए गये थे, पोरा त्यौहार होने के बाद के बाद भी वृक्षारोपण के प्रति दमकसावासियों का उत्साह देखते बन रहा था। ग्रामीणों के द्वारा अपने पुर्वजों के नाम पर उपरोक्त के पौधों का वृक्षारोपण किया गया। शीतला मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण उपरांत ऑचला दादा द्वारा विकसित पर्यावरण सरंक्षण केन्द्र में बरगद और नीम का वृक्षारोपण भी किया।
इसी प्रकार दमकसा नदी के किनारे जहां विभिन्न योजना जैसे-मिटटी (मृत्यु उपरांत) नाहानी आदि के लिए ग्रामीण उपयोग करते है वहां भी बरगद कदम के पेड़ का रोपण किया गया।
इस अवसर पर विषेष रूप से श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा, भी उपस्थित रहे और उनके द्वारा अपने पिता जी स्व. श्री रामसाय दुग्गा के नाम पर वृक्षारोपण किया गया। शेरसिंह ऑचला दादा एवं ग्रामीण बुर्जगों की उपस्थिति युवाओं को प्रकृति व पर्यावरण के प्रति आशिर्वचन के रूप में सम्बोधित किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here