मनीष कौशिक मोहला
मोहला मानपुर—-नौकरी शासकीय, तनख्वाह शासन का आदिवासी बहुल्य क्षेत्र के गांवों में स्थापित सरकारी स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को अध्यापन कार्य करायें या ना कराये मर्जी अपनी कुछ इसी सरकारी ढर्रे पर चल रहे शिक्षा व्यवस्था के आलम के बीच एक दर्जन के लगभग शिक्षक अध्यापन कार्य को छोड़कर अपने-अपने स्कूलों में फर्जी हाजिरी दर्ज करते हुए बांधाबाजार संकुल के टोलागांव प्राथमिक शाला में आयोजित गैर शैक्षणिक गतिविधि में शामिल होते हुए सम्मान समारोह में शामिल होने का मामला सामने आया हैउल्लेखनीय है कि 5 सितंबर शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर गांवो से लेकर जिला ,प्रदेश सहित पूरे देश में शिक्षकों के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें पुजते हुए उनका सम्मान किया गया इधर शिक्षक दिवस को समाप्त हुए 15 दिन बीत चुके हैं और यह सिलसिला अब भी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मामला बांधाबाजार संकुल स्रोत भाग 1 के ग्राम टोलागांव प्राथमिक शाला का है जहां 17 सितंबर को स्कूल समय में प्रधान पाठक भंजन साहु के द्वारा विकासखंड के लगभग एक दर्जन शिक्षक, तथा कई संकुल समन्वयको को शिक्षक सम्मान समारोह के नाम पर स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें आमंत्रित किया गया। इस गैर शैक्षणिक गतिविधि में शामिल होने स्कूल समय में फर्जी उपस्थिति दर्ज कर शासकीय स्कूलों में पदस्थ शिक्षक एवं सकुल समन्वयको का जमावड़ा अपने मूल कर्तव्यों को छोड़कर वहां पहुंचा हुआ था। बताया गया कि कार्यक्रम के लिए बाकायदा आमंत्रण कार्ड छपवाया गया था जिसमें विकासखंड शिक्षा अधिकारी एसके धीवर, बीआरसी संतोष पांडे को भी आमंत्रित किया गया था परंतु अधिकारी कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए थे। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला टोलागांव में पदस्थ प्रधान पाठक भंजन साहू के द्वारा आयोजित गैर शैक्षणिक कार्यक्रम के लिए किसी भी तरह का विभाग से प्रशासनिक अनुमति नहीं लिया गया था टोलागांव के ग्रामीणों ने बताया कि कार्यक्रम पूर्णता : प्रधान पाठक और उसी स्कूल में पदस्थ उनकी पत्नी सहायक शिक्षिका रूपेश्वरी साहू के द्वारा आयोजित की गई थी जिसमें छात्र-छात्राओं का अध्यापन छोड़ स्कूल समय में शिक्षकों का झुंड उक्त कार्यक्रम का हिस्सा बनते हुए एक दूसरे का सम्मान कराते रहे।छात्र-छात्राओं को अध्यापन कराने से होगा सम्मान-मामले में जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव ने कहा की शासकीय स्कूलों में छात्र-छात्राओं को निष्ठा पूर्वक अध्यापन कराने से गुरुजनों को सम्मान मिलेगा इस तरह के गैर शैक्षणिक शासकीय स्कूल में पढ़ाई को बाधित कर कार्यक्रम आयोजित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तय होनी चाहिए।प्रशासनिक अनुमति के बिना कार्यक्रम-शिक्षक दिवस को संपन्न हुए 15 दिन बीत गए हैं उच्च अधिकारियों के अनुमति के बिना शाला समय में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के बजाय गैर शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं अम्बागढ़ चौकी विकासखंड के दर्जन भर शिक्षक एवं कई संकुल समन्वयक उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए।स्कूलों में उपस्थित, कार्यक्रम में शिक्षक-बताया गया कि शिक्षक दंपति द्वारा 17 सितंबर को टोलागांव प्राथमिक शाला में आयोजित शिक्षक समारोह में अंबागढ़ चौकी विकासखंड के दर्जन भर से अधिक शिक्षक कई संकुल समन्वय कार्यक्रम के हिस्सा थे जिनके द्वारा अपने-अपने स्कूलों में उपस्थिति दर्ज कर शाला समय में वे लोग टोलागांव प्राथमिक शाला के कार्यक्रम में मौजूद थे।पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है कि यह कार्यक्रम किसने और क्यों आयोजित किया था।