अंग्रेजों पर राज करेंगे भारतवंशी ऋषि सुनक? ब्रिटेन के PM बनने की वोटिंग में सबसे आगे

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ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने की रेस में भारतीय मूल के ऋषि सुनक दो चरण की वोटिंग के बाद सबसे आगे रहे, जबकि व्यापार नीति मंत्री पेनी मोर्डोंट दूसरे स्थान पर रहीं हैं। वहीं, महिला मंत्री मोर्डोंट को कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के बीच कराए गए एक सर्वे में सबसे आगे बताया गया है। उन्हें ऋषि के पीएम बनने की राह में सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है।

पहले दौर की वोटिंग में ऋषि सुनक सबसे आगे थे। उन्हें 88 वोट मिले थे। पेनी मोर्डोंट 67 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थीं। दूसरे दौर की वोटिंग में भी ऋषि सुनक 101 वोट के साथ सबसे आगे हैं। वहीं, 83 वोट के साथ मोर्डोंट भी दूसरे नंबर पर बनी हुई हैं।

इस बीच दावा किया जा रहा है कि ‘यूगोव’ की ओर से तीन दिन पहले कंजरवेटिव पार्टी के 876 सदस्यों के बीच कराए गए सर्वेक्षण में पेनी मोर्डोंट कहीं आगे हैं। सर्वे के अनुसार, मोर्डोंट को 27 फीसदी सदस्यों का समर्थन हासिल है। दूसरे नंबर पर 15 फीसदी वोट के साथ केमी बेडीनॉक हैं, जबकि 13 फीसदी वोट के साथ ऋषि सुनक और लिट ट्रस तीसरे स्थान पर हैं।

इसके पहले यूगोव द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में ऋषि सुनक और पेनी मोर्डोंट के बीच केवल एक फीसदी वोट का अंतर था। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद तुरंत बाद कराए गए सर्वे में पेनी मोर्डोंट 13 फीसदी और ऋषि सुनक को 12 फीसदी वोट मिले थे। दो सर्वे के बाद दोनों के बीच फासला बढ़ गया है।

पार्टी के भीतर तीन राउंड के बाद पीएम का चुनाव
यूके में कंजरवेटिव पार्टी के पास बहुमत है। पार्टी के अंदर ही प्रधानमंत्री चुनने की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत नॉमिनेशन, एलिमिनेशन और फाइनल सेलेक्शन के राउंड होते हैं। इस समय एलिमिनेशन राउंड चल रहा है। यह राउंड अंतिम दो उम्मीदवार रहने तक चलेगा। उसके बाद फाइनल सेलेक्शन राउंड होगा। उसमें पार्टी के सांसद और अन्य सदस्य वोटिंग करते हैं। उसमें जीतने वाला उम्मीदवार प्रधानमंत्री पद के लिए चुना जाएगा। एलिमिनेशन राउंड और सेलेक्शन राउंड का यही अंतर ऋषि सुनक की दावेदारी पर असर डाल सकता है। इसलिए सर्वेक्षण के परिणाम काफी मायने रखते हैं।

ऋषि सुनक का राजनीतिक सफर
करीब 42 साल के ऋषि सुनक 2015 से रिचमंड (यॉर्क्स) से सांसद हैं। 2015 से 2017 तक उन्होंने पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों की चयन समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। वह जनवरी 2018 से जुलाई 2019 तक संसदीय अवर सचिव रहे। जुलाई 2019 में बोरिस जॉनसन सरकार में उन्हें ट्रेजरी का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। वह 25 जुलाई 2019 को प्रिवी काउंसिल के सदस्य बने। फरवरी 2020 में कैबिनेट में फेरबदल के तहत उनको राजकोष के चांसलर के रूप में पदोन्नत किया गया था। कोरोना महामारी के बीच सुनक ने अपना पहला बजट मार्च 2020 में पेश किया था। हाल में बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री बने रहने के खिलाफ इस्तीफा देने वाले वह पहले मंत्री थे।

पेनी मोर्डोंट का राजनीतिक सफर
करीब 49 वर्षीय मोर्डोंट साल 2010 से पोर्ट्समाउथ नॉर्थ से सांसद हैं। वह डेविड केमरून के नेतृत्व वाली सरकार में 2014-15 के दौरान उपमंत्री रहीं। 2015 के चुनाव के बाद उन्हें सशस्त्र बलों से संबंधित मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया। इसके बाद वह थेरेसा मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य, अंतरराष्ट्रीय विकास और रक्षा मंत्रालय भी संभाल चुकी हैं। तब भारतीय मूल की प्रीति पटेल के इस्तीफे के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्रालय सौंपा गया था। बोरिस जॉनसन मंत्रिमंडल में वह सितंबर 2021 में व्यापार नीति मंत्री बनाई गईं। मोर्डोंट ने पार्टी में संगठन स्तर पर जॉन मेजर और विलियम हेग के साथ भी काम किया है। इसके अलावा साल 2000 और 2004 में जॉर्ज डब्ल्यू बुश के अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर चुनाव अभियान का भी हिस्सा रहीं।

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