*बीजापुर स्वास्थ्य विभाग में, भर्तियो में अनियमितता उजागर होने के बाद भी ,प्रशासन की कार्रवाई संतोषप्रद नही , अजय सिंह*,,,,,,,,*दीपक मरकाम की रिपोर्ट*
बीजापुर::::::::::::जिला प्रशासन ने अवश्य जांच प्रतिवेदन को आधार बनाकर लेखापाल चैन सिंह ठाकुर के विरुद्ध निलंबन और सीएमएचओ डॉ भारती पर कार्रवाई के लिए उच्च स्तर अनुशंसा पत्र लिखा है,लेकिन इसे कठोरतम कार्रवाई मानना बड़ी भूल होगी।
मसलन सीएमएचओ द्वारा अतिरिक्त पदों पर नियमाविरुद्ध भर्ती की गई थी, तमाम नियुक्तियों को तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए था,लेकिन प्रशासन ने ऐसा नही किया।
जबकि भर्तियां निरस्त होंनी चाहिए थी, बाबजूद कलेक्टर राजेन्द्र कटारा विधायक विक्रम मण्डावी के दबाब में भर्तियों पर कार्रवाई करने से बच रहे है, जबकि कलेक्टर भी इससे वाकिफ है कि भर्तियों में अनियमितता पाई गई है, और इसी आधार पर लेखापाल को निलंबित करने के साथ सीएमएचओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भी लिखा गया है,।
इतने ठोस आधार के बाद एक सप्ताह से अधिक समय बीतने के बाबजूद भर्ती निरस्त ना करना कलेक्टर पर विधायक का दबाब मालूम पड़ता है।
कलेक्टर की शिथिल कार्रवाई पर जल्द ही मेरे द्वारा बड़े स्तर पर मुहिम चलाया जाएगा, ताकि भर्तियों में भविष्य में अनियमितता की पुनरावृत्ति ना हो, योग्य बेरोजगारो को उनका हक मिल सके*।
*कलेक्टर ने अपने जांच में पाया कि भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई उस आधार पर लेखपाल पर निलंबन की कार्यवाही कलेक्टर ने की आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कलेक्टर पर की भर्ती को निरस्त करने उनके हाथ पांव क्यों कांप रहे है कंही न कंही विधायक के दबाब में सीएमएचओ ने भर्ती की थी और आज जांच उपरांत कलेक्टर विधायक के दबाब में आधा अधूरा कार्यवाही कर खुद फंसते नजर आ रहे है सारे मामले पर उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है।