*छत्तीसगढ़ के शातिर युवा, दूसरे राज्यों में कर रहे हैं फर्जी मैट्रिमोनियल का कारोबार, ग्वालियर और प्रयागराज की पुलिस ने किया पर्दाफाश* *तेज नारायण की रिपोर्ट*

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*छत्तीसगढ़ के शातिर युवा, दूसरे राज्यों में कर रहे हैं फर्जी मैट्रिमोनियल का कारोबार, ग्वालियर और प्रयागराज की पुलिस ने किया पर्दाफाश*

*तेज नारायण की रिपोर्ट*

फर्जी मैट्रिमोनियल
प्रयागराज/ग्वालियर:::::::::::::बीते 10 दिनों के भीतर दो राज्यों की पुलिस ने फर्जी मेट्रीमोनियल साईट चला रहे 2 गिरोहों का पर्दाफाश किया है। दोनों ही मामलों में समानता इस बात की है कि फर्जी मेट्रीमोनियल का कारोबार छत्तीसगढ़ के चंद युवा कर रहे थे। इनके द्वारा कई राज्यों तक ठगी का कारोबार चलाया जा रहा था।

पडोसी राज्य मध्यप्रदेश के ग्वालियर में दो दिन पहले ही फर्जी मेट्रोमोनियल’ साइट चला रहे एक गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है। कार्रवाई के दौरान पुलिस को 2 पुरुष और 9 महिलाएं काम करते हुए मिले।

पीड़ित ने हिमाचल से किया कॉल
गिरोह का खुलासा करते हुए अति0 पुलिस महानिदेशक, जोन ग्वालियर डी. श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि उन्हें 2 दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश के विजय कुमार का फोन आया, और जानकारी दी गई कि उससे शादी कराने व रिश्ते दिखाने का झांसा देकर “शुभ मेट्रीमोनियल कॉल सेंटर” द्वारा 70 हजार रूपये की ठगी की गई है।

मिली सूचना के बाद क्राईम टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर फ्लैट नं.-204, व्हाइट हाउस बिल्डिंग, सिटी सेंटर पहुंचकर देखा तो इस फ्लैट में शुभ मेट्रीमोनियल कॉल सेंटर संचलित होना पाया गया।

5-5 हजार रूपये महीने की नौकरी
कॉल सेंटर में 02 पुरूष व 13 महिलायें उपस्थित मिली, जिनसे पूछताछ करने पर उन्होने बताया कि वह 5-5 हजार रूपये प्रतिमाह पर नौकरी कर रही हैं। सेंटर से 33 मोबाइल, 10 कम्यूटर, 55 हजार रूपये नगद, रजिस्टर व कॉल सेंटर से संबधित अन्य सामग्री को विधिवत जप्त किया है।

सवा सौ लोगो के साथ की धोखाधड़ी
क्राईम टीम ने कॉल सेंटर के संचालक व मैनेजर से पूछताछ की तो संचालक ने स्वयं को छत्तीसगढ़ तथा महिला मैनेजर ने ग्वालियर में रहना बताया। क्राईम ब्रांच टीम द्वारा इन दोनों को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में अभी तक करीब 125 लोगों के साथ किये गये धोखाधड़ी के प्रकरण सामने आये हैं।

6 राज्यों में फैला रखा था कारोबार
इस गिरोह का नेटवर्क 6 स्टेट में फैला हुआ था। जो प्रयागराज से ऑपरेट हो रहा था। पुलिस ने गैंग के 8 आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनमें 3 पुरुष और 5 युवतियां शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि ये लोग एक दिन में लगभग 40 से अधिक लोगों को शिकार बनाते थे।

बात कराने के नाम पर लेते थे रुपए
IG राकेश सिंह ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य फर्जी मेट्रोमोनियल साइट बनाकर बैचलर युवकों को ठगते थे, जो अपनी शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराते थे। जिस महिला से युवक शादी करना चाहता था, ये लोग उस महिला का फर्जी आधार कार्ड सहित अन्य प्रोफाइल बनाकर युवक को प्रोवाइड करा देते थे। इसके बाद उस महिला से बात कराने के नाम पर 4 से 6 हजार रुपए जमा करा लेते थे। फिर उस लड़की से 2-3 दिन बात कराने के बाद ये लोग मना कर देते थे कि लड़की आपसे शादी के लिए तैयार नहीं है या लड़की की शादी कहीं और तय हो गई है, यह कह कर शादी से इंकार कर देते थे। ये लोग एक दिन में 40 से अधिक लोग को शिकार बनाते थे। ये ग्राहक द्वारा दिया हुआ पैसा हड़प लेते थे। जब लोग शादी के लिए मिलने का दबाव बनाते थे, तो उल्टे सीधे बहाने बनाकर गाली-गलौज कर उसके नंबर को ब्लॉक कर दिया जाता था।

एक शहर में दो से तीन महीने चलता था कॉल सेंटर
गैंग के सरगनाओं ने देश में विभिन्न शहरों में भी इसी तरह से काल सेंटर संचालित किया था। यह लोग शहर में बहुत दिनों तक अपना सेंटर नहीं चलाते हैं, बल्कि दो से तीन महीनों में शहर बदल देते हैं। साथ ही कॉलिंग के लिए जिन सिम का इस्तेमाल किया जाता है, उसे भी हर बार बदल देते थे। वहीं इस गैंग के सरगनाओं द्वारा इन लोगों को फर्जी नाम पते उपलब्ध कराये गए, जिससे कि पुलिस की ओर से इस गैंग को आसानी से न पकड़ा जा सके।

दूसरी साइटों की फर्जी वेबसाइट बनाई
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि ये लोग देश में जितनी भी शादी कराने वाली साइट हैं, सभी की फर्जी साइट बना रखी थी। सबसे ज्यादा लोग फर्जी मेट्रोमोनियल साइट से फंसते थे। इसके अलावा रॉयल मेरी, पार्टनर प्रोफाइल, पवित्र रिश्ता जैसी साइट भी बना रखी थी। इनके द्वारा ठगी करने के लिए एक फर्जी काल सेंटर राजापुर टीवी टावर के पास चलाया जा रहा था।

गिरफ्तार किये गये छत्तीसगढ़ के शातिर इस गैंग का यूपी, बिहार, झारखंड, एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों में जाल बिछा हुआ है। प्रयागराज की पुलिस ने छत्तीसगढ़ के जिन 3 संचालकों को गिरफ्तार किया वे इस प्रकार हैं :

रितिक कुमार कुरई, पुत्र राम प्रसाद, निवासी जांजगीर चापा छत्तीसगढ। (यह राजापुर स्थित कार्यालय में बैठने वाले गिरोह का सरगना था।

राजापुर में ही टीवी टॉवर के पास वह किराए पर रूम लेकर रहता था)
देवेंद्र कुमार चेलक पुत्र भरत लाल चेलक, निवासी नगरदा, थाना बिलाईगढ़, छत्तीसगढ़
यानेंद्र कुमार भारती, पुत्र मोती लाल, निवासी देवरबोड़, बलौदा बाजर, छत्तीसगढ़ (एक्सपर्ट के रूप में काम करते थे। यह दोनों भी सरगना के साथ एक रूम में ही रहते थे)
इनके अलावा 5 महिला आरोपीभी पकड़े गए हैं।

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