3 माह से टाइफाइड कि जाँच बंद, CBC मशीन ख़राब वेंटिलेटर पर चली गई अस्पताल व्यवस्था।,,,,,,
,,,,,,,,,,,,तेजनारायण सिंह की रिपोर्ट,,,,,,
जहाँ पड़े वहां गन्दगी का आलम अस्पताल के अंदर उग गए पेड़।
स्वास्थ्य मंत्री जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के दिए थे निर्देश, अधिकारी लापरवाह।
भोपालपटनम@ ,,,,,,,,,,,,,,,,,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपालपटनम कि स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई हैं लैब मे जाँच बंद कर दिए गए हैं 3 माह से टाइफाइट कि जाँच पूरी तरह से बंद पड़ी हुई हैं और सीबीसी मशीन ख़राब हो चुकी हैं ऐसे मे मरीजों का रक्त परीक्षण कर इलाज करना कैसे संभव हैं।
भोपालपटनम के सामुदायिक स्वास्थय केंद्र मे 150 से अधिक मरीज रोजाना आ रहे हैं बुखार पीड़ितों को जाँच के लिए भटकना पड़ रहा हैं। मरीजों को बुखार आने पर डॉक्टर सिर्फ मलेरिया कि जाँच कर इनका इलाज कर रहे हैं। मौसम के बदलने के बाद अस्पतालों मे मरीजों कि संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही हैं रोजाना सैंकड़ो मरीज आ रहे हैं शासन अस्पतालों कि व्यवस्था दुरुस्त करने के बदले गहरी नींद सो रहा हैं। कुछ दिनों से ब्लाक मे मलेरिया का प्रकोप देखा गया हैं जिसमे आश्रम शालाओं और पोटाकेबिनो के बच्चे ज्यादा प्रभावित हुए हैं जिले मे 2000 से अधिक मलेरिया के मरीजों का आकड़ा पहुंच चूका था जिसको लेकर स्वास्थय मंत्री नें भी दौरा कर अस्पतालों मे बेहतर सुविधा मुहैया करने के निर्देश दिए हैं लेकिन इन सब मामलो मे अधिकारी बेपरवाह नजर आ रहे हैं।
जहाँ पड़े वहां गन्दगी का आलम अस्पताल के अंदर उग गए पेड़।
अस्पताल के अंदर मे गन्दगी का आलम बना हुआ हैं जहा पड़े वहां गन्दगी नजर आ रही हैं अस्पताल के अंदर बड़े-बड़े पेड़ उग गए हैं। अस्पताल के अंदर घुसते ही ऐसा लगता हैं कहा खंडर मे आ चुके हैं गन्दगी इस तरह हैं कि पूरा परिसर बदबू फैला हुआ हैं। अस्पताल प्रबंधक इस सब मामलो मे ध्यान नही दे रहे हैं।
मंत्री के स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के दिए थे निर्देश, अधिकारी लापरवाह।
जिले मे स्वास्थ्य के हालत बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल नें बीजापुर जिले का दौरा किया जहा उन्होंने स्वास्थ्य विभाग कि बैठक भी ली उनके साफ निर्देश थे कि स्वास्थय सुविधाएं बेहतर करें लेकिन भोपालपटनम के समुदाक स्वास्थय केंद्र मे आलम कुछ और ही हैं ऐसा लगता है कि बीएमओ यह सिर्फ वक्त काट रहे हैं।
वर्सन,,,, डॉ चलपति राव बीएमओ
नें बताया कि मलेरिया टेस्ट हो रहा हैं लेकिन टाइफाइड टेस्ट नहीं हो रहा हैं एक्सरे फ़िल्म से प्रिंट करके सिर्फ एमएलसी केश के लिए दे रहे हैं। कुछ जाँच मशीने ख़राब पड़ी हैं हमारे द्वारा उच्च अधिकारियो को समस्याओ से अवगत कराया गया हैं अब वो ध्यान नहीं दे रहे हैं तो मैं क्या सकता ।