*सरस मेले ने समूह की दीदियां को लखपति बनाने का रास्ता दिखाया – जसविंदर सिंह बग्गा*,,,,,,,,,,,,,,,,,*मनोज शुक्ला की रिपोर्ट*
*उद्यमियता विकास और समूह की दीदियों को आर्थिक रूप में मजबूत बनाने का सशक्त माध्यम है सरस मेला*
*सरस मेले में दो सौ से अधिक स्टॉल, समूह की दीदियां कर रही व्यापार, बच्चों के लिए झुले और अन्य मनोरंजन के साधन*
कवर्धा:::::::::::::::::: 4, मार्च, 2024, कवर्धा के पीजी कालेज मैदान में आायेजित दस दिवसीय सरस मेले के सातवे दिन के मुख्य अतिथि श्री जसविंदर बग्गा ने संबोधित करते हुए कवर्धा के इतिहास में पहली बार दस दिवसीय सरस मेले के ऐतिहासिक और भव्य आयोजन के लिए पूरे कबीरधाम जिले की तरह से मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रति प्रगट किया है। उन्होने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित राष्ट्र-विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री के संकल्पों को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ सरकार के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा और उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव के नेतृत्व में राज्य सरकार कदम बढ़ा दिया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने देश सहित हमारे छत्तीसगढ़ की महिला स्वसहायता समूहों को लखपति बनाने को भी अह्वान किया हैं। महिला स्व सहायता समूहों को उनके द्वारा उत्पाद समाग्रियों को कैसे समूचित बाजार उपलब्ध कराया जाए, इस दिशा में काम करने के लिए कहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित सरस मेला का यह आयोजन प्रधानमंत्री श्री मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में भी सार्थक साबित होते दिखाई दे रही है। सरस मेला इस मंच का जीवंत उदाहरण भी है। इस मंच से देश के अलग अलग राज्यो सहित छत्तीसगढ़ की समूह की दीदियों को आर्थिक रूप से शसक्त और मजबूत बनाने एक सशसक्त माध्यम है।
उन्होने कहा कि सरस मेले में छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में काम करने वाली महिला स्व सहायता समूह की दीदियों को आमंत्रित कर उन्हे एक मंच और बाजार उपलब्ध कराने का काम छत्तीसगढ़ की सरकार कर रही हैं, यह काम निःसंदेह ऐसी दीदियों को लखपति बनाने यह सरस मेला एक मार्ग दिखाया जा है।
इस मेले में महिला स्व सहायता समूह सहित निजी क्षेत्रों में व्यापार करने वाले छोटे-बड़े सभी उद्यमियों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसे सरस मेले में स्टॉल भी दिए गए है।
सरस मेले में हर रोज शाम सात बजे से अर्धरात्रि तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन शहर के समाजसेवी,जनप्रनिधियों और प्रबुद्ध एवं वरिष्ठ नागरिकों को मुख्यअतिथि के तौर पर आंमंत्रित किया जा रहा है।
यह भी अच्छी पहल हैं। सरल मेले में सभी उम्र के लोगों के मनोरंजन का भी ख्याल रखा गया हैं।
सरस मेले में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति और रीति रिवाजों सहित छत्तीसगढ़ की प्रमुख व्यंजनों की ख्याति का दूर-दूर तक पहुंचाने और उन्हे सहेजने का काम भी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि ऐसे आयोजन प्रतिवर्ष कवर्धा जिले में होनी चाहिए।
सरस मेले के सातवें दिन के मुख्यअतिथि के रूप में भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्री जसविंदर बग्गा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
साथ ही विशिष्ठ अतिथि के रूप में सतविंदर पाहुजा, श्रीमती सविता ठाकुर, श्रीमती संतोषी जायसवाल, श्री रविराजपुत, श्री खिलेश्वर साहू, श्री रधुनाथ योगी, श्री पन्ना चन्द्रवंशी, श्री जितेन्द्र दुबे, श्री सुनिल दोशी, श्री मोती बैगा, श्री बलविंदर सिंह खनुजा, श्री राजेन्द्र सलुजा सहित अन्य समाजसेवी विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यअतिथि श्री जसविंदर बग्गा सहित अन्य अतिथयों ने सरस मेले के सातवें दिन के सांस्कृतिक आयोजन को दीप प्रज्जवलित कर विविधत शुभारंभ किया।
जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरिश राठौर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने अतिथियों को स्वागत एवं स्मृति चिंन्ह भेंट का अभिनंदन किया।
मंच संचालन श्री अभिषेक पाडेय और श्रीमती मीरा देवागंन ने किया।